टीवी धारावाहिक बिग बास के फाइनल में जब तीन लोग बचे तो एकाएक आम आदमी का जुमला अचानक एक ताकत के रूप में उभरा। प्रवेश राणा, बिन्दु दारा सिंह और पूनम डिल्लन तीनों आम आदमी की दुहाई देने लगे। पिछले दिनों कार्यक्रम के एंकर अमिताभ बच्चन ने प्रवेश राणा को आम आदमी कहा था और जब अंतिम निर्णायक दौर शुरू हुआ तो प्रवेश राणा ने आम आदमी का नारा लगाना शुरू कर दिया ताकि इस देश के लोग आम आदमी के नाम पर उसे एसएमएस से वोट करें। इधर पूनम डिल्लन ने सफाई दी कि सेलिब्रिटी भी आम आदमी ही होते हैं वे आम आदमी से हटकर नहीं होते। और बिन्दु दारा सिंह ने दावा कर दिया कि नहीं प्रवेश तो मिस्टर इंडिया रहे हैं आम आदमी तो वे स्वयं हैं जो लम्बे समय से ट्रगलर हैं। लब्बो लुबाब यह कि आम आदमी अंतिम दौर में बिग बास की मुख्य आकर्षण बन गया। इस देश में आम आदमी एक बड़ी ताकत है और उसे अपने पक्ष में करने की पुरजोर कोशिश होती रही है। यह जो हमारे युवाओं के नायक हैं राहुल गांधी वे खास अंदाज में आम आदमी के करीब पहुंचते रहे हैं। दलितों के घर में खाने तक से गुरेज नहीं करते। कभी मैनेजमेंट गुरु माने जाने वाले लालू प्रसाद आम आदमी की शैली में लोगों के सामने पेश आते रहे हैं ताकि उन्हें अपने पक्ष में कर सकें। अच्छा है कि आम आदमी खास बना हुआ है। लोकतंत्र की यही माया है।
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