Thursday, 28 January 2010
पद्मश्री की कोई मर्यादा है कि नहीं
हिरण के शिकार मामले में अभियुक्त फिल्म अभिनेता सैफ अली खान को भारत सरकार ने 61 वें गणतंत्र दिवस पर पद्मश्री सम्मान प्रदान करने की घोषणा की है। ये सम्मान कला, साहित्य,विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, शिक्षा, सिनेमा, खेल आदि के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए तीन श्रेणियों-पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के तहत प्रदान किए जाते हैं। पद्म पुरस्कारों की मर्यादा देश के आचार-विचार, शिक्षा संस्कृति की सामाजिक स्वीकृति से है। ऐसे में यह पुरस्कार ऐसे ही लोगों को दिये जाने चाहिए जो राष्ट्रीय नीतियों को प्रतिबिम्बित करता हो। सैफ अली खान ने बेशक अपने अभिनय से समाज को बहुत कुछ दिया है फिर भी संगीन माने जाने वाले हिरण के शिकार मामले में उनका अभियुक्त होना यह सवाल तो खड़ा करता ही है कि क्या उन्हें यह सम्मान दिया जाना चाहिए था।
यह सब खामोशी से हवा गया था लेकिन विश्नोई समाज ने मामले को तूल दे दिया है और उसने यह पुरस्कार न लेने की मांग की है। नियमानुसार विशेष परिस्थितियों में ये पुरस्कार वापस भी लिये जा सकते हैं और वापस लिया जाना भी अशोभनीय नहीं होगा। वैसे भी यह प्रश्न वाजिब है क्या उस प्रक्रिया का उचित ढंग से पालन नहीं किया गया जो पद्म पुरस्कारों के लिए जरूरी होती है जिसमें पात्र के सम्बंध में विस्तृत जानकारी ली जाती है। श्री गुरू जम्भेश्वर वन्य जीव सेवा एवं पर्यावरण विकास संस्थान विश्नोई कमाण्डो फोर्स ने सैफ अली का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है केन्द्र सरकार से पद्मश्री पुरस्कार न देने की मांग की है। समाज ने सैफ अली से भी नैतिकता के आधार पर यह पुरस्कार नहीं लेने की अपील की है। और वक्त का यह तकाजा है कि सैफ को यह नैतिकता के आधार पर अस्वीकार कर देना चाहिए। यदि वे आरोपों से बरी हो जाते हैं तो उनके लिए सरकारी सम्मानों/पुरस्कारों की कमी कहां होने जा रही है।
एक एवं दो अक्टूबर 1998 की रात जोधपुर जिले के लूणी थाना क्षेत्र में कांकाणी गांव की बागडों की ढाणी के पास दो काले हिरणों के शिकार मामले में सैफ अली खान सहित सलमान खान तथा अभिनेत्री नीलम, तब्बू, सोनाली बेन्द्रे सहित छह अन्य 6 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। इस मामले में वर्ष 2006 में इन लोगों पर भारतीय दण्ड संहिता एवं वन्य जीव संरक्षण कानून की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए थे। इसके बाद से निचली अदालत में केवल पेशी आगे बढ़ाई जा रही है और उच्च न्यायालय में याचिका पर सुनवाई चल रही है।
मालूम हो कि गणतंत्र दिवस पर देश के विशिष्ट नागरिक सम्मान पद्म अलंकरणों की घोषणा सोमवार 25 जनवरी को की गयी। इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इस बार राष्ट्रपति ने कुल 130 हस्तियों को इस सम्मान से नवाजे जाने के लिए चुना है। इस बार छह हस्तियों को पद्म विभूषण, 43 को पद्म भूषण तथा 81 को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। इनमें 17 महिलाएं शामिल हैं। ये पुरस्कार इस साल मार्च या अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल प्रदान करेंगी।
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