Monday, 17 August 2009

हमारा भी होता है रोज अपमान!


शाहरुख खान से हवाई अड्डे पर की गयी पूछताछ को भारत की मर्यादा से जोड़ देखने की कोई तुक नज़र नहीं आती। जिस देश में अभिनेता अपनी सुरक्षा के लिए तमाम इन्तज़ाम रखते हैं और उनके सुरक्षाकर्मियों से कई बार उनके फैन धकियाये भी जाते हैं, उनसे सुरक्षा को लेकर कुछ देर पूछताछ हो गयी तो उन्होंने कोहराम मचा दिया। और उनके समर्थकों ने शाहरूख से की गयी पूछताछ को भारतीय लोगों के अपमान से जोड़ दिया। भारत किसी से सुरक्षा को लेकर की गयी पूछताछ से अपमानित नहीं होने जा रहा और ना ही प्रोटोकाल में अभिनेताओं को किसी प्रकार की छूट मिली हुई है। उनके साथ हुई घटना को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम से जोड़कर देखना जल्दबाजी करना है।
फिल्म अभिनेताओ का रिकार्ड यूं भी अपने देश में दूध का धुला नहीं है और उनकी फिल्मों में अंडरवल्ड के पैसे लगे होने के कई मामले सामने आये हैं। ऐसे कई अभिनेता हैं जो आपराधिक मामलों में सलाखों के पीछे जा चुके हैं और शूटिंग के लिए विदेश जाने के लिए भारत की अदालतों की इज़ाज़त की जरूरत पड़ती है।
इन दिनों चूंकि आतंकवाद की घटनाओं में एक समुदाय विशेष के लोगों के नाम सामने आये हैं तो समुदाय विशेष पर सुरक्षा मामलों से जुड़े लोग खास गौर करने लगे हैं। कुछ लोगों के कुकर्मों का ख़ामियाज़ा हर व्यक्ति भुगत रहा है खान साहब। इधर कहीं हथियारों को ज़खीरा पकड़ा जाता है और देश भर में हाई अलर्ट घोषित हो जाता है। मेट्रो रेल से लगभग रोज यात्रा करते हम जैसे लोग अपने बैग की तलाशी की तलाशी देने के लिए तत्पर हो जाते हैं और बुरा नहीं मानते। आखिर सुरक्षा के लिए ही तो यह सब कुछ हो रहा होता है। यदि पूछताछ और तलाशी अपमान है तो हम जैसे लाखों लोगों का रोज अपमान हो रहा है। आप लोगों से ऊपर किस तरह हैं?

4 comments:

  1. आपके विचारो से सहमत हूँ .

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  2. शाहरूख खान को पहले महात्‍मा गांधी के साउथ अफ्रीका में हुए अपमान से भी जोड़ा गया था। खान को सदा अपमान से ही क्‍यों जोड़ा जाता है क्‍योंकि यहां पर पब्लिसिटी के बेहतर चांस हैं।

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  3. शाहरूख खान को पहले महात्‍मा गांधी के साउथ अफ्रीका में हुए अपमान से भी जोड़ा गया था। खान को सदा अपमान से ही क्‍यों जोड़ा जाता है क्‍योंकि यहां पर पब्लिसिटी के बेहतर चांस हैं।

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  4. शाहरुख खान को आम आबादी के रोज-रोज हो रहे अपमान की चिंता नहीं है, अपने पर आई तो हाय-तौबा। और हमारा मीडिया, उसके बारे में अब क्‍या कहा जाए...आपने सही सवाल या कहिए नुक्‍़ता उठाया है...

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