प्रख्यात कवि-कथाकार उदय प्रकाश ने भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ के हाथों एक पुरस्कार क्या ले लिया साहित्य के कुछ अखाड़ची उनके पीछे पड़ गये हैं। उनका कहना हा उदय प्रकाश ही दोषी हैं। उन्होंने भाजपा जैसी जघन्य विचारधारा से जुड़ी शख्सियत से पुरस्कार लिया है। कभी वामपंथी विचारधारा से जुड़े प्रबुद्ध व्यक्ति को यह कतई शोभा नहीं देता। यह उदय प्रकाश का पतन है जिसके लिए उन्हें शर्मसार होने की आवश्यकता है। मेरा खयाल है इस बात पर भी गौर करना चाहिए कि योगी आदित्यनाथ ने इस पर विचार क्यों नहीं किया है वे जिन्हें अपने कर कमलों से सम्मानित कर रहे हैं उसकी विचारधारा क्या है और क्या उसे सम्मानित किया जाना चाहिए। यदि आदित्यनाथ को उदय प्रकाश सम्मान देने लायक लगे तो हमें इसे खुश होना चाहिए और उदय प्रकाश की पीठ ठोंकनी चाहिए कि योगी आदित्यनाथ को उनकी विचारधारा और उनका कृतित्व पसंद आया।
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